दिल्ली की जूता फैक्ट्री में लगी आग, हरदोई के चार जिंदा जले

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2005

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में सोमवार तड़के सुल्तानपुरी इलाके में जूता फैक्ट्री में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की करीब 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची। किसी तरह स्थानीय लोगों की मदद से पहली मंजिल पर फंसे 20 लोगों को बाहर निकाला गया। करीब सवा दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने फिलहाल फैक्ट्री मालिक विरेश गुप्ता के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। मृतकों की शिनाख्त मोहम्मद रजी (20), मोहम्मद शानू (17), महबूब  वारिस (18) और अय्यूब वारिस (17) के रूप में हुई है। सभी गांव अस्मदा, जिला हरदोई उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे।

बाहरी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसा सोमवार सुबह करीब छह बजे राज पार्क स्थित एक जूते की फैक्ट्री में हुआ। करीब 6.30 बजे खबर मिलते ही दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। उस समय फैक्ट्री की पहली मंजिल पर 25 मजदूर सो रहे थे। भूतल से लगी आग ने देखते ही देखते पहली व दूसरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। अफरातफरी के बीच फैक्ट्री के पीछे की ओर लगी ग्रिल काटकर 20 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन पहली मंजिल के एक कमरे में चार मजदूर फंस गए।
आग पर किसी तरह 9.50 बजे काबू पा लिया गया। चारों मजदूरों को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चारों को मृत घोषित कर दिया गया। शुरुआती जांच के बाद पुलिस अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। फिलहाल क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम आग के सही कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। वहीं स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि रिहायशी इलाके में जूता फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी।