कारागार में हाहाकार, पानी दे यूपी सरकार

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मण्डल कारागार बांदा पर सूखे का डंक उस समय छिद गया जब कारागार में लगे दो बोरवेल में एक बंद हो गया, दूसरा सिसकियां लेने लगा। कारागार परिसर में दो ट्यूवबेल भी हैं, मगर दोनों ही कुंए साथ छोड़ गये। ऐसे में जेल अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि बंदियों के लिए मुख्य द्वार खोल देना बेबसी है, ताकि कैदी बाहर जाकर पानी ला सकें। हालांकि जेल अधीक्षक ने यह भी कहा कि बेतवा नदी से प्रशासन मामूली पानी दे पा रहा है, जिससे सिर्फ दस मिनट ट्यूववेल चल पाते हैं। ऐसी स्थिति में आईजी कारागार और जिलाधिकारी को भी बताया गया, फिर भी इंतजार कर रहा हूं, अभी तक एक टैंकर का भी इंतजाम नहीं हुआ।