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महाकुंभ में श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रहा महाकाल के टैटू का क्रेज

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महाकुंभ नगर, 18 जनवरी, महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है। 25 सेक्टर में बंटे मेला क्षेत्र में सड़कों की दोनों ओर पूजा पाठ की सामग्री, खेल-खिलौने और चाय-नाशते की दुकाने सजी हैं। मेले में टैटू आर्टिस्ट और उनकी रंग बिरंगी दुकानें आकर्षण का केंद्र हैं। महाकुंभ में रमने के लिए श्रद्धालु विशेषकर युवा शिव के कई रूपों में टैटू बनवा रहें है। साधु—संन्यासी भी भगवान के ​चित्र और धार्मिक चिह्न हाथ और बाजू पर गुदवा रहे हैं।

महाकाल का टैटू बनवाने का इतना क्रेज है कि कोई हाथ, तो कोई गर्दन, कोई बाजू तो कोई पीठ पर महाकाल, महादेव, ऊं नमः शिवाय, हर हर महादेव, भोलेनाथ, त्रिशूल का टैटू बनवा रहा है। गौरतलब है कि, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक मेले में लगभग 45 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।

काशी से आये राहुल पाण्डे बहुत पहले से ही टैटू बनाने की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन अब महाकुंभ आने के साथ उसने टैटू की डिजाइन में भोले बाबा को पसंद किया। राहुल ही नही बल्कि कई हर वर्ग में लोग महाकाल के नाम व रूप को टैटू के जरिए अपनी भक्ति प्रदर्शित कर रहें है। महाकुंभ में आने वाले काफी श्रद्धालु अपनी पसंद के डिजाइन और चित्र वाले टैटू बनवा रहे हैं। चंडीगढ़ से महाकुंभ में आये आदित्य ने अपनी बाजू पर महाकाल का टैटू बनवाया तो वहीं कन्नौज से आये सुमित ने दायें हाथ पर अपना नाम लिखवाया।

महाकाल के टैटू का क्रेजत्रिवेणी क्षेत्र में टैटू की दुकान संचालक राजस्थान निवासी राजेश का कहना है- ’महाकुंभ में टैटू बनवाने के लिए काफी लोग आ रहे हैं। मां, डैड और अपने नाम का टैटू भी लोग बनवा रहे हैं।’ राजेश कहते हैं-‘ 250 रुपये में हाथ पर महाकाल लिखा जा रहा है। हमारे यहां 50 से 2500 रुपये तक टैटू बनाया जा रहा है। इस समय सबसे ज्यादा डिमांड में महाकाल हैं।

त्रिवेणी क्षेत्र में टैटू दुकान संचालक राजू ने बताया कि, ’युवा अपना नाम, मां और डैड का टैटू सबसे ज्यादा बनवा रहे हैं। कई लोग अपनी पंसद का डिजाइन या चित्र का टैटू बनवा रहे हैं।’ राजू बताते हैं, ’नाम का एक अक्षर 20 रुपये में लिखा जाता है। हमारे यहां 50 रुपये से लेकर 800 रुपये तक के टैटू बनाये जाते हैं।’

लोअर संगम रोड पर टैटू की दुकान संचालक मदन के अनुसार, ’युवा महाकाल और मां का टैटू बनवा रहे हैं। साधु संत भी महाकाल, त्रिशूल और ओउम् का टैटू ज्यादा बनवाते हैं।’

ओल्ड जीटी रोड पर टैटू आर्टिस्ट कौशल कहते हैं- पसंद हैं। काफी लोग अपना नाम भी लिखवा रहे हैं। बनाने में 1 से डेढ घंटा तक का समय लग जाता है। 2000 रुपये तक के टैटू बनाये जाते हैं। ’महाकाल का टैटू युवाओं की पहली वो कहते हैं- ’बड़े डिजाइन का टैटू उनके यहां 100 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक के टैटू बनाये जाते हैं।’

मोरी मार्ग के टैटू संचालक अरविंद के अनुसार, ‘कुछ लोग टेम्पररी टैटू बनवाते है तो कुछ परमानेंट। ज्यादातर युवा टेम्पररी टैटू बनवाना ज्यादा पसंद करते है।’

भगवान के प्रति बढ़ती आस्था कुंभ क्षेत्र के शंकराचार्य मार्ग के सीनियर टैटू आर्टिस्ट रमेश भाई बताते हैं- ‘टैटू बनवाने के अलग-अलग कारण हैं। आदिवासी इसके धार्मिक महत्व की वजह से टैटू बनवाते हैं। वहीं शहरी इलाकों में लोग फैशन की वजह से टैटू बनवाते हैं। आजकल लोगों में भगवान के प्रति बढ़ती हुई आस्था की वजह से लोग भगवानों की तस्वीर और नाम के टैटू बनवाते हैं। वहीं कई लोग अपना प्रेम प्रदर्शन करने के लिए भी शरीर पर प्रेमी और प्रेमिका के नाम का टैटू बनवा रहे हैं। इसके साथ ही कुछ लोग अपने माता-पिता या किसी मित्र की याद में टैटू बनवा रहे हैं। कुंभ में तो महाकाल के टैटू का ज्यादा क्रेज है।’

अनुभवी से ही बनवाएं टैटूचर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा शर्मा के अनुसार, ‘टैटू बनवाना गलत नहीं है लेकिन इसको बनवाते वक्त लोगों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि इसे हर किसी से भी ना बनवाया जाए, केवल बेहतर हाइजीनिक और अनुभवी लोगों से ही टैटू बनवाएं, वरना यह शौक जानलेवा भी हो सकता है।’