मुरादाबाद। बुधवार को मुरादाबाद महानगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के तत्वावधान में विभिन्न नगरों में शिशु-बाल स्वयंसेवकों के 12 पथ संचलन कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में 12 वर्ष तक की आयु के बच्चे सम्मिलित हुए। पूर्ण गणवेश में शिशु एवं बाल स्वयंसेवकों ने कदमताल करते हुए मुख्य बाजारों से होकर पथ संचलन किया।
इन नन्हें स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते हुए नागरिकों, व्यापारियों और सामाजिक संगठनों ने पुष्पवर्षा की। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में भारतीय संस्कृति और हिंदू संस्कृति की रक्षा के प्रति चेतना जगाना था।
संस्कृति और संस्कार पर जोर
संघ के विभाग प्रचार प्रमुख पवन कुमार जैन ने बताया कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति के प्रति बच्चों में जागरूकता पैदा करने और संस्कारों को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया। उन्होंने कहा, “शिशु और बालक हमारे संगठन की रीढ़ हैं। वे संगठन और समाज को आगे बढ़ाने की नींव रखते हैं।”
वक्ताओं ने अपने संबोधन में बताया कि संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार ने भी बचपन से देशभक्ति और भारतीय संस्कृति के प्रति गहरी निष्ठा दिखाई। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे अपनी संस्कृति की जड़ों को पहचानें और उसे संरक्षित करने के प्रति सतर्क रहें।
विशेष योगदान और सहभागिता
इस कार्यक्रम में लगभग 1,000 शिशु एवं बाल स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इनके मार्गदर्शन और व्यवस्थापन में संघ के प्रांत सह संपर्क प्रमुख वेदपाल, महानगर संघचालक डॉ. विनीत गुप्ता सहित सुरेंद्रपाल सिंह एडवोकेट, नीरज मित्तल, सतीश कुमार, नरेंद्र कुमार, और अन्य स्वयंसेवकों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
शामिल प्रमुख नामों में:
पीतांबर सिंह
देवेंद्र कुमार
सोमपाल सिंह
प्रमोद सिंह
अभिषेक कुमार
विशाल अग्रवाल
श्याम सिंह
विश्वजीत सिंह
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बच्चों से बचपन से ही लक्ष्य निर्धारित करने और संस्कारवान बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों को अपनी संस्कृति और विरासत के प्रति जागरूक करने का उत्कृष्ट माध्यम हैं।
यह आयोजन मुरादाबाद में विविधता में एकता और भारतीय संस्कृति के संरक्षण के प्रति समर्पण का संदेश देते हुए सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।