Home उत्तर प्रदेश महाकुंभ में भगदड़, शाही स्नान रद्द

महाकुंभ में भगदड़, शाही स्नान रद्द

18

महाकुंभ में भगदड के बाद अखाडों के शाही स्नान को रद्द कर दिया है। मौनी अमावस्या पर सभी अखाडों के साधु-संत शाही स्नान करते हैं। इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही भोर में चार बजे से शाही स्नान के लिए अखाडों को निकलना था और पहले स्नान शुरू हो जाना था। अखाडा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि लोगों की भीड को देखते हुए स्नान को रद्द कर दिया गया है।

रविंद्र पुरि ने कहा कि आज जो भगदड मची है इसी को देखते हुए फैसला लिया गया है कि आज हम स्नान नही करेंगे। पूरे मेला क्षेत्र में करोडों श्रध्दालु आए हुए हैं। इसी को देखते हुए सभी से अपील की गई है कि आज का स्नान रद्द कर दिया जाए। अब हम अगला बसंत पंचमी का स्नान करेंगे। रविंद्र पुरि ने कहा कि हमने कल शाम तक सुचारू रुप से व्यवस्था की थी। जब ज्यादा भीड आ जाती है तो कभी-कभी दिक्कतें बढ जाती हैं। जैसे प्रयागराज में गंगा, यमुना, सरस्वती का संगम होता है उसी तरह इस समय यहां इस समय पूरब, पच्क्षिम, उत्तर, दक्षिण सभी का संगम हो रहा है। हम भी बहुत खुश थे। इस समय पूरा दक्षिण भारत प्रयागराज में है।

रविंद्र पुरि ने कहा कि यह अनहोनी होनी थी। अनहोनी को कौन टाल सकता है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि आज हम स्नान नहीं करेंगे। जो भी जाने अनजानें में मृत आतमाएं हैं उन्हें शांती मिले। हम यही मां गंगा से प्रार्थना करते हैं। रविंद्र पुरि ने कहा कि हमने ही सभी का आव्हान किया था। इसके लिए किसी पर आरोप लगाएं या जिम्मेदार बताएं यह ठीक नहीं है। हमें सबी का सहयोग करना है। हम लोगों से अपील करतें है कि संगम में न जाएं। मौनी अमावस्या पर जहां भी हैं, वहीं पर स्नान कर लें।

इससे पहले अटल अखाडे को सुबह 5:00 बजे संगम नोज पर स्नान करना था। दोनों अखाडे का जुलूस पीपा पुल पार कर चुका था, लेकिन रामघाट से वापस लौट गए। मौनी अमावस्या के शाही स्नान से ठीक पहले रात दो बजे भगदड मच गई। सैकडों लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ गए। इससे कुछ लोगों की मौत भी हो गई। हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी के मरने की पुष्टि नहीं की है।