Home अन्य समाचार  समुद्री मामलों और कानून प्रवर्तन पर हुई चर्चा 

 समुद्री मामलों और कानून प्रवर्तन पर हुई चर्चा 

58

वर्ल्ड मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष से समुद्री मामलों और कानून प्रवर्तन पर हुई चर्चा 

– वैश्विक समुद्री चुनौतियों का समाधान करने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर

नई दिल्ली, 15 नवंबर। वर्ल्ड मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रोफेसर मैक्सिमो क्यू मेजिया इस समय भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने मुंबई में पश्चिमी तटरक्षक कमांडर एडिशनल डीजी एके हरबोला से मुलाक़ात करके समुद्री मामलों और कानून प्रवर्तन पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में डब्ल्यूएमयू और भारतीय तटरक्षक बल के बीच सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा का मार्ग प्रशस्त हुआ तथा समुद्री शिक्षा, कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण और साझा सर्वोत्तम प्रथाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

भारतीय तटरक्षक बल के कमांडर अमित उनियाल ने शुक्रवार को बताया कि दोनों अधिकारियों ने वार्ता के दौरान समुद्री प्रशिक्षण में अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर मेजिया ने समुद्री मामलों, कानून प्रवर्तन और सहयोगी प्रशिक्षण पहलों पर एक उपयोगी चर्चा की। समुद्री शासन, नीति और प्रशासन में तीन दशकों से अधिक के पेशेवर और शैक्षणिक अनुभव के साथ प्रोफेसर मेजिया स्वच्छ महासागरों पर सुरक्षित, संरक्षित, टिकाऊ और कुशल शिपिंग को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता हैं। प्रोफेसर मेजिया और तटरक्षक कमांडर ने समुद्री कानून प्रवर्तन और सुरक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करके वैश्विक समुद्री चुनौतियों का समाधान करने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया।

बातचीत में समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने और परिचालन दक्षता बढ़ाने में प्रशिक्षण और शिक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया। प्रोफेसर मेजिया ने विशेष रूप से स्वीडन में विश्व समुद्री विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने वाले भारतीय तटरक्षक अधिकारियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने उनके असाधारण योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि समुद्री कानून प्रवर्तन में उनकी उपलब्धियां वर्ल्ड मैरीटाइम यूनिवर्सिटी में व्यावसायिकता और समर्पण के उच्च मानकों को दर्शाती हैं। यह मान्यता अंतरराष्ट्रीय समुद्री समुदाय में भारतीय तटरक्षक कर्मियों की बढ़ती प्रमुखता और वैश्विक समुद्री सुरक्षा को आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है।