Home दुनिया व्हाइट हाउस ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार कुश देसाई को सौंपी अहम जिम्मेदारी 

व्हाइट हाउस ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार कुश देसाई को सौंपी अहम जिम्मेदारी 

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वाशिंगटन, 25 जनवरी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में व्हाइट हाउस ने भारतवंशियों पर अटूट भरोसा जताया है। व्हाइट हाउस की 24 जनवरी को की गई अहम घोषणा इसकी तसदीक करती है। व्हाइट हाउस ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार कुश देसाई को उप प्रेस सचिव के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की है।

देसाई इससे पहले रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन-2024 के लिए उप संचार निदेशक और आयोवा की रिपब्लिकन पार्टी के संचार निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। ट्रंप ने तीन भारवंशियों को बड़े पदों पर नियुक्त किया है। इसमें कुश देसाई के अलावा रिकी गिल और सौरभ शर्मा शामिल हैं। रिकी गिल को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और सौरभ को राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय में नियुक्ति मिली है। ट्रंप के अमेरिका के स्विंग स्टेट ऑफ यूएसए में क्लीन स्विप करने में कुश देसाई का बड़ा योगदान है।

भारतीय मूल के कुश देसाई ने रिपब्लिकन नेशनल कमेटी में डिप्टी बैटल ग्राउंड स्टेट्स और पेंसिल्वेनिया कम्युनिकेशंस डायरेक्टर के पद भी काम किया है। माना जाता है देसाई के बैटल ग्राउंड स्टेट्स में संदेश और नैरेटिव डेवलपमेंट ने ट्रंप की जीत में अहम भूमिका निभाई है। व्हाइट हाउस के संचार कार्यालय की देखरेख व्हाइट हाउस के उप चीफ ऑफ स्टाफ और कैबिनेट सचिव टेलर बुडोविच करेंगे। ट्रंप इससे पहले राष्ट्रपति के सहायक और व्हाइट हाउस संचार निदेशक स्टीवन चेउंग और राष्ट्रपति की सहायक और प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट की नियुक्ति का ऐलान कर चुके हैं।

बताया गया है कि रिकी गिल नई भूमिका में आने से पहले ट्रंप के पहले प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रूस और यूरोपीय ऊर्जा सुरक्षा के निदेशक और विदेश विभाग में विदेशी भवन परिचालन ब्यूरो में सीनियर एडवाइजर के तौर पर काम कर चुके हैं। बेंगलुरु में जन्मे सौरभ शर्मा अमेरिकन मोमेंट के सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं।

ट्रंप की टीम में भारतवंशी

डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भारतवंशियों को खास तवज्जो दी गई है। विवेक रामास्वामी को सरकारी दक्षता विभाग में एलन मस्क के साथ अहम जिम्मेदारी दी गई है। तुलसी गबार्ड को ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक की जिम्मेदारी दी है। वह हिंदू हैं लेकिन भारत से उनका कोई सीधा संबंध नहीं है। काश पटेल को एफबीआई निदेशक बनाया गया है। हरमीत के. ढिल्लो को सहायक अटार्नी जनरल (नागरिक अधिकारों के लिए) नियुक्त किया गया है। जय भट्टाचार्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान का निदेशक बनाया गया है। कोलकाता में जन्मे जय ने कोरोना प्रतिबंधों पर कड़ा विरोध दर्ज किया था। श्रीरामकृष्णन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वरिष्ठ नीति सलाहकार बनाया गयाहै। श्रीरामकृष्णन भारतीय-अमेरिकी उद्यमी और लेखक हैं।