Home खेल महिला एचआईएल ट्रॉफी जीतना हमारे लिए गर्व की बात: नेहा

महिला एचआईएल ट्रॉफी जीतना हमारे लिए गर्व की बात: नेहा

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रांची, 27 जनवरी: ओडिशा वॉरियर्स ने 26 जनवरी को खचाखच भरे मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम में जेएसडब्ल्यू सूरमा हॉकी क्लब को हराकर पहली बार महिला हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2024-25 की ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा और तीन क्वार्टर तक 1-1 की बराबरी पर था। मैच के आखिरी पांच मिनट में रुतुजा दादासो पिसल (20’, 56’) ने निर्णायक गोल दागा, जिससे वॉरियर्स ने खिताब अपने नाम किया।

कप्तान नेहा ने जताई खुशी

टीम की कप्तान नेहा ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। महिला एचआईएल की पहली ट्रॉफी जीतना हमारे लिए गर्व की बात है। लड़कियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और यह जीत हमारी कड़ी मेहनत का फल है।”

मजबूत रणनीति और दमदार प्रदर्शन

फाइनल में टीम की रणनीति पर बात करते हुए नेहा ने बताया, “हम जानते थे कि सूरमा एक मजबूत टीम है और उनकी गति को रोकना हमारी प्राथमिकता थी। हमने नजदीकी मार्किंग पर जोर दिया और अपने पेनल्टी कॉर्नर को हथियार बनाया। हालांकि, हमारे दोनों गोल फील्ड गोल के रूप में आए, जिससे यह जीत और भी खास बन गई।”

पूरे टूर्नामेंट में रहा शानदार प्रदर्शन

लीग चरण में वारियर्स ने 13 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था, जबकि सूरमा ने तालिका में शीर्ष स्थान पाया था। वॉरियर्स की स्टार ड्रैगफ्लिकर यिब्बी जेनसन ने लीग में सर्वाधिक पाँच पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

भारतीय हॉकी के लिए बड़ा अनुभव

नेहा ने कहा, “टूर्नामेंट का माहौल अद्भुत था। यहां प्रशंसकों ने सभी टीमों का समर्थन किया, जो भारतीय हॉकी के लिए एक सकारात्मक संकेत है। विदेशी खिलाड़ियों के साथ और उनके खिलाफ खेलते हुए हमने गति और तकनीक के मामले में कई महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं, जो हमें आने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में मदद करेंगे।”

ओडिशा वॉरियर्स की इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल टीम को गौरवान्वित किया, बल्कि भारतीय महिला हॉकी के लिए भी एक नई प्रेरणा दी है।