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महाकुम्भ : मेले में बढ़ी भीड़, जन आश्रय स्थल खचाखच भरे, सड़कों पर हर ओर श्रद्धालुओं के जत्थे

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महाकुम्भ नगर, 25 जनवरी: मौनी अमावस्या के स्नान से पहले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को आना लगातार जारी है। संगम की ओर जाने वाली हर सड़क पर सिर ही सिर दिखाई दे रहे हैं। मेला क्षेत्र में बने जन आश्रय स्थल खचाखच भरे हुए हैं। जिनको जन आश्रय स्थल में स्थान नहीं मिला वो खुले आकाश के नीचे रात गुजार रहे हैं। शुक्रवार देर रात को मेला क्षेत्र में हर ओर सिर ही सिर ही दिखाई दे रहे थे। गौरतलब है कि, मौनी अमावस्या के पर्व पर 29 जनवरी को 8 से 10 करोड़ लोगों के प्रयागराज जाने का अनुमान है।

जन आश्रय स्थलों में पैर रखने की जगह नहीं संगम क्षेत्र में बना जन आश्रय स्थल खचाखच भरा हुआ है। रात गुजारने के लिये श्रद्धालु जन आश्रय स्थल की बांउड्री में खुले आसमान के नीचे प्लास्टिक की शीट बिछाकर रात काट रहे हैं। वहीं मेला क्षेत्र के सेक्टर 1 और अन्य क्षेत्रों में बने जन आश्रय स्थलों की कमोबेश यही स्थिति है। भीड़ के सामने मेला प्रशासन के इंतजाम नाकाफी दिख रहे हैं।

10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु लगा चुके डुबकीशुक्रवार को 10 लाख कल्पवासियों और 48 लाख 76 हजार श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। अब तक महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ 80 लाख से ज्यादा श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुम्भ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। बता दें कि आने वाले दिनों में कुछ वीआईपी भी संगम में स्नान करने आ सकते हैं। 27 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आएंगे। इसके अलावा एक फरवरी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आने की संभावना है।

कक्षा 1 से आठवीं तक के स्कूल ऑनलाइन मोड में चलेंगेमहाकुम्भ मेले की बढ़ती भीड़ को देखते प्रशासन ने फैसला लिया है। जिले में नगर क्षेत्र के कक्षा 1 से आठवीं तक के सभी स्कूल 25 जनवरी से 3 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में चलेंगे। नगर क्षेत्र के कक्षा 1 से आठवीं तक के संचालित सभी बोर्डों के मान्यता प्राप्त और सहायता प्राप्त अंग्रेजी के साथ ही हिंदी मीडियम के स्कूलों में कक्षाएं ऑनलाइन ही चलेंगी।

बाहरी गाड़ियों के प्रवेश पर रोकमहाकुम्भ में शुक्रवार से बाहरी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। उन्हें निर्धारित पार्किंग स्थलों पर खड़ा कराया जाएगा। इसे लेकर पुलिसकर्मियों को विशेष निर्देश दिया गया है। यातायात निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि शनिवार और रविवार को गणतंत्र दिवस की छुट्टी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि महाकुम्भ में लगातार भीड़ बढ़ रही है। वाहनों के दबाव के कारण यातायात बाधित न हो, इसके लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

बाहर से आने वाले वाहनों की यहां होगी पार्किंगजौनपुर से प्रयागराज आने वाले वाहन सहसों से गारापुर होते हुए चीनी मिल पार्किंग झूंसी और पूरेसूरदास पार्किंग गारा रोड पर पहुंचेंगे, जहां वाहनों को पार्क कराया जाएगा।

वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को कनिहार रेलवे अंडरब्रिज से शिवपुर उस्तापुर पार्किंग, पटेल बाग, कान्हा मोटर्स पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा।

मीरजापुर से प्रयागराज आने वाले वाहनों को देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक सिटी पार्किंग तक आने की अनुमति होगी। वहीं, रीवा मार्ग से आने वाले वाहन नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट और नव प्रयागम् पार्किंग एरिया में खड़े कराए जाएंगे।

कानपुर से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन नवाबगंज, मलाक हरहर, सिक्सलेन होते हुए बेली कछार और बेला कछार एक या दो में पार्क कराए जाएंगे।

प्रतापगढ़ और लखनऊ से प्रयागराज की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को बेली कछार व बेला कछार दो में खड़ा कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु ई-रिक्शा समेत अन्य वाहनों से आगे जा सकेंगे।

कौशांबी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को नेहरू पार्क व एयरफोर्स मैदान पार्किंग तक ही आ सकेंगे।