Home अन्य समाचार भाजपा का केजरीवाल पर निशाना

भाजपा का केजरीवाल पर निशाना

70

शीश महल को लेकर भाजपा का केजरीवाल पर निशाना, कहा -फिजूलखर्ची पर जनता का पैसा बर्बाद करना निंदनीय

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) ने ‘शीशमहल’ को लेकर सोमवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। भाजपा ने दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की सूची का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले से ‘‘गायब हुई’’ उच्च प्रौद्योगिकी वाली एक ‘टॉयलेट सीट’ समेत घर के आधुनिक सामान पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। आआपा ने लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ किया है।

सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने कहा कि बिजली के उपकरणों और गैजेट की सूची दी गई है लेकिन एक चौंकाने वाली बात है। हीटेड सीट, बिना तार वाला रिमोट संचालित ‘डिओडोराइजर’ (दुर्गंधनाशक) और स्वचालित ‘फ्लश’ जैसी सुविधाओं के साथ पूरी तरह से स्वचालित, सेंसर वाली ‘टोटो’ स्मार्ट टॉयलेट सीट… गायब है।

उन्होंने कहा कि शीश महल को लेकर पीडब्ल्यूडी ने सरकारी इन्वेंटरी जारी की है। जो मीडिया के माध्यम से सामने आई तो असलियत पता चली। कल से टोटो के विषय में पूरी जानकारी ली जा रही है कि टोटो क्या है? संबित पात्रा ने व्यंग्यपूर्ण लहजे में कहा कि केजरीवाल जी 12 लाख रुपये की टोटो वापस कीजिए।

शीश महल में लगाए गए समान का ब्योरा देते हुए संबित ने कहा कि कमरे में रिकलिनर सोफा 10 लाख का, रॉकिंग और रिवालविंग सोफा, जिसके सीट का तापमान भी कंट्रोल होता है, ड्रायर और यूवी रेस और मसाज सिस्टम भी है । 22.05 लाख का हॉट वॉटर जेनरेटर टोटो स्मार्ट टॉयलेट जो रिमोट कंट्रोल से चलता है। बटन दबाने से कमोड का कवर, सीट और फ्लश अपने आप काम करता है। शीशमहल में 19.5 लाख रुपये की स्मार्ट एलईडी टर्नटेबल डाउनलाइट्स, घर में बॉडी सेंसर और रिमोट कंट्रोल सिस्टम वाले कुल 80 पर्दे लगे हुए थे। इनकी कीमत 4 करोड़ से लेकर 5.6 करोड़ तक है। 64 लाख रुपये की लागत से 16 टीवी लगाए गए। 10 लाख रुपये के रिकलिनर सोफा, स्मार्ट एलईडी टर्नटेबल डाउनलाइट्स, 9 लाख रुपये का रसोई में ओवन, 36 लाख रुपये तक की लागत वाले सजावटी खंभे और 10-12 लाख रुपये की कीमत वाली टॉयलेट सीट भी लगी हुई थी।

उन्होंने कहा कि दरअसल, ये विषय जितना हास्यास्पद है, उससे ज्यादा गंभीर है। 7 जून 2013 का अरविंद केजरीवाल का साइन किया हुआ कागज है, जिस पर उनके साइन हैं। शपथ पत्र है, जिसमें लिखा है कि मैं लाल बत्ती की गाड़ी नहीं लूंगा, सुरक्षा नहीं लूंगा, जन लोकपाल बना दूंगा लेकिन शीश महल घोटाले से सभी के सामने केजरीवाल की सच्चाई उजागर हो गई है।