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 पशु चिकित्सालयों में बढ़ रहे प्रोस्टेट कैंसर के मरीज 

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लखनऊ में पशु चिकित्सालयों में बढ़ रहे प्रोस्टेट कैंसर के मरीज 

लखनऊ, 12 नवम्बर। लखनऊ में पशु चिकित्सालयों में प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित मरीज बढ़ रहे हैं। इस वर्ष प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों की संख्या में दस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पशुओं में विशेष रुप से कुत्तों में प्रोस्टेट कैंसर होता है। घर में पालतू के रुप में पलने वाले कुत्तों में इस बीमारी के लक्षण ज्यादा पाये जा रहे हैं।

वरिष्ठ पशु चिकित्सक एके सिंह ने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर विशेष रुप से कुत्तों में होता है। प्रोस्टेट कैंसर के दो प्रकार हैं, इसमें पहला कैंसर एडेनोकार्सिनोमा या कार्सिनोमा है। जो मामूली दिखने के बाद प्रोस्टेट ग्रंथि में बनने वाला कैंसर है। इसी तरह दूसरे प्रकार में ट्रांजिशनल सेल कार्सिनोमा एक प्रोस्टेट कैंसर है। यह कैंसर मूत्राशय में होता है। बाद में प्रोस्टेट कैंसर लिम्फ नोड्स, लीवर, फेफड़ों में फैलने डर रहता है।

मंगलवार को लखनऊ के बादशाह बाग क्षेत्र में पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक पर अपने घरेलू कुत्ता का उपचार कराने पहुंचें अकबरी गेट निवासी आयुष ने बताया कि उनके पालतू कुत्ते को प्रोस्टेट कैंसर होने के बाद उनके परिवार के सदस्यों ने पालतू को पॉलीक्लिनिक में भर्ती कराया है। प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि एक प्राइवेट चिकित्सक ने की है और जिसके बाद वे यहां उपचार के लिए आये है।

उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि उनके पालतू कुत्ते की तबियत एक सप्ताह पूर्व में ज्यादा बिगड़ने के बाद वे परेशान हुए थे। प्रोस्टेट कैंसर के बारे में उन्हें आजतक कोई जानकारी नहीं है। राजकींय पशु चिकित्सालय में तत्काल ही ड्रीप लगाकर पालतू का उपचार शुरु हो गया है। प्रमुख चिकित्सकों ने पालतू को देखा है और पूर्ण उपचार के लिए आश्वस्त किया है।

लखनऊ सहित बड़े महानगरों में पशु चिकित्सालयों में प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित कुत्तों के उपचार के लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन विधियों का उपयोग होता है। इसमें सर्जरी का उपयोग ज्यादा कर पशु चिकित्सक करते है। इसके लिए पालतू के मालिक को मामूली खर्च उठाना पड़ता है और सर्जरी के बाद कुछ दिनों में पालतू पूरी तरह से स्वस्थ्य हो जाता है।