खुले नाले में गिरने से बच्चे की मौत पर एनएचआरसी सख्त, दिल्ली सरकार, पुलिस, एमसीडी, डीडीए से मांगी विस्तृत रिपोर्ट
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के अलीपुर इलाके में 7 अक्टूबर को खुले नाले में गिरने से एक लड़के की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वत: संज्ञान लिया है। एनएचआरसी ने दिल्ली के मुख्य सचिव, दिल्ली पुलिस आयुक्त, दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और दिल्ली नगर निगम के आयुक्त को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
एनएचआरसी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि विस्तृत रिपोर्ट में ऐसे सभी मामलों में एफआईआर की स्थिति, जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और मृतक के परिवार को दिए गए मुआवजे के बारे में जानकारी मांगी गयी है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमाें के बारे में भी जानकारी मांगी गयी है।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली के अलीपुर इलाके में काम कर रहे ठेकेदार ने कई स्थानों पर बगैर कोई चेतावनी व संकेतक लगाए नालियां खुली छोड़ दीं। इसमें गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में यह पांचवीं ऐसी घटना है जिसे एनएचआरसी ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया है। इस महीने की शुरुआत में पूर्वोत्तर दिल्ली के खजूरी खास में एक खुले नाले में गिरने से ढाई साल की एक बच्ची की जान चली गई। सितंबर में पूर्वोत्तर दिल्ली के भजनपुरा में एक खुले नाले में गिरने से 32 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई। अगस्त में दिल्ली के अशोक विहार में एक खुले नाले में सात वर्षीय लड़के का शव मिला था। फिर अगस्त में पश्चिम विहार इलाके में एक शख्स की नाले में गिरने से मौत हो गई। जुलाई में पूर्वी दिल्ली के ग़ाज़ीपुर में एक महिला और उसके बेटे की नाले में गिरने से हुई मौत हुई थी। उसी महीने में उत्तरी दिल्ली के बारादी में एक कार के नाले में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।