“रन फॉर इन्क्लूजन” ने विशेष एथलीटों के समर्थन में हजारों लोगों को जोड़ा
नई दिल्ली, 9 नवंबर। स्पेशल ओलंपिक्स भारत (एसओबी) ने एकता और उद्देश्य का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए शनिवार को केंद्रीय सिविल सेवा मैदान, चाणक्यपुरी में “रन फॉर इन्क्लूजन” का आयोजन किया, जिसमे दिल्ली एनसीआर के 150 शैक्षिक संस्थानों और अन्य संगठनों से 7000 से अधिक उत्साही प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
यह आयोजन आगामी स्पेशल ओलंपिक्स एशिया पैसिफिक बॉची और बोलिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ है, जो 18 नवम्बर 2024 को त्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में शुरू होने वाली है।
इस कार्यक्रम में 1000 से अधिक विशेष एथलीटों ने भाग लिया, जो खेल की एकता और सामूहिक शक्ति का प्रतीक बने। कार्यक्रम का मुख्य संदेश “ईच वन, रीच वन” था, जो सभी प्रतिभागियों के बीच एकजुटता और समावेशिता की भावना को बढ़ावा देता है।
इस दौड़ की शुरुआत मुख्य अतिथि हर्ष मल्होत्रा,राज्य मंत्री, कार्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार, ने की, साथ ही सांसद मनोज तिवारी एवं बांसुरी स्वराज और डॉ. मल्लिका नड्डा, अध्यक्ष, स्पेशल ओलंपिक्स (एसओ भारत) भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर पूर्व क्रिकेटर अतुल वासन, निखिल चोपड़ा और क्रिकेट कोच गुरशरण सिंह भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे।
कार्यक्रम की सफलता पर प्रकाश डालते हुए, हर्ष मल्होत्रा ने कहा, “मैं स्पेशल ओलंपिक्स भारत और मल्लिका नड्डा का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने इस अद्भुत पहल को आयोजित किया, जहां हम सभी मिलकर समावेशन को बढ़ावा देने के लिए दौड़ते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे विशेष रूप से सक्षम बच्चे समाज में अपना उचित स्थान प्राप्त करें। यह हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के ‘फिट इंडिया’ के दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से मेल खाता है, जो हमारे समाज को स्वस्थ और मजबूत बनाने की दिशा में काम करेगा। मैं रन फॉर इन्क्लूजन के सभी आयोजकों को बधाई देता हूं।”
इस अवसर पर डॉ. मल्लिका नड्डा, ने कहा, “मैं स्पेशल ओलंपिक्स भारत के रन फॉर इन्क्लूजन कार्यक्रम में सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत करती हूं। हमारा आदर्श वाक्य समावेशन और क्रांति होना चाहिए। हम एशिया पैसिफिक क्षेत्रीय खेलों की मेज़बानी कर रहे हैं, जिसमें बॉकी और बोलिंग का आयोजन होगा। यह दिल्ली में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं आप सभी से आग्रह करती हूं कि आप भाग लें और हमारे विशेष रूप से सक्षम एथलीटों का समर्थन करें।”
रन फॉर इन्क्लूजन एशिया पैसिफिक बॉकी और बोलिंग प्रतियोगिता की ओर जाने वाली श्रृंखला में पहला मील का पत्थर है, जिसमें 12 देशों के 100 से अधिक एथलीट भाग लेंगे। यह ऐतिहासिक प्रतियोगिता विशेष रूप से बौद्धिक और विकासात्मक अक्षमताओं वाले एथलीटों के लिए समर्पित है, विशेष रूप से उन एथलीटों के लिए जो 22 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के हैं, और यह भारत में आयोजित होने वाली इस प्रकार की पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी। स्पेशल ओलंपिक्स भारत, टेनपिन फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से, विशेष एथलीटों के लिए बोलिंग को प्रतिस्पर्धात्मक खेल के रूप में प्रस्तुत करेगा।