नई दिल्ली, 27 जनवरी: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति (एनजीओसी) ने उत्तराखंड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेल-2025 के दौरान एथलीटों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष सुरक्षा टेलीफोन हेल्पलाइन की स्थापना की है। इस पहल का उद्देश्य खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और अधिकारियों के लिए एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण तैयार करना है।
चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी हेल्पलाइन
आईओए की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने कहा, “यह हेल्पलाइन खिलाड़ियों, कोचों और अधिकारियों के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगी। यह खेलों के दौरान उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और अन्य प्रतिकूल घटनाओं को रोकने और हल करने में मदद करेगी।”
सुरक्षा समिति की विशेष भूमिका
डॉ. उषा ने बताया कि इस पहल के तहत एक सुरक्षा समिति भी गठित की गई है। समिति की अध्यक्षता नीतल नारंग और दीपा मेहता कर रही हैं। यह समिति सुरक्षा संबंधी मुद्दों की रोकथाम के लिए काम करेगी और आने वाली शिकायतों पर गोपनीयता के साथ तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
महिला प्रतिभागियों को मिलेगा विशेष समर्थन
सभी प्रतिभागियों के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं, लेकिन समिति विशेष रूप से महिला खिलाड़ियों, कोचों और अधिकारियों के समर्थन पर ध्यान केंद्रित करेगी। डॉ. उषा ने कहा, “यह पहल आईओए और एनजीओसी की खेलों में एक सुरक्षित और समावेशी माहौल बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
शिकायतों की गोपनीयता और जवाबदेही पर जोर
डॉ. उषा ने बताया कि सुरक्षा समिति घटनाओं का दस्तावेजीकरण करेगी, जवाबदेही सुनिश्चित करेगी और कदाचार को रोकने के लिए सक्रिय उपाय लागू करेगी। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य एक ऐसा भरोसेमंद खेल वातावरण तैयार करना है, जहां प्रतिभागी अपनी समस्याओं की रिपोर्ट कर सकें और उन्हें प्रभावी ढंग से हल किया जा सके।”
राज्य संघों और महासंघों को जागरूकता बढ़ाने का निर्देश
राज्य ओलंपिक संघों और राष्ट्रीय खेल महासंघों से अनुरोध किया गया है कि वे इस पहल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी टीमों के साथ हेल्पलाइन और अन्य संसाधनों के संपर्क विवरण साझा करें।
आईओए और एनजीओसी ने एथलीटों और अन्य प्रतिभागियों को इन संसाधनों का उपयोग करने और अपनी भलाई की रक्षा के लिए प्रोत्साहित किया है। यह पहल राष्ट्रीय खेलों में सुरक्षा और कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।