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रेल मंडल के स्टेशन दिखेंगे नए रूप में

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झांसी रेल मंडल के तीन स्टेशन दिखेंगे नए रूप में,कार्य युद्ध स्तर पर

सुविधाएं बढ़ाने को ग्वालियर, झांसी व खजुराहो स्टेशन का शुरू हुआ वृहद पुनर्विकास कार्य

झांसी, 20 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में देश के कई रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसके तहत उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के 3 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास भी किया जा रहा है। पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं बनाने, निर्बाध यात्रा के लिए अन्य परिवहन प्रणालियों के साथ मल्टीमॉडल एकीकरण और दुकानों, मॉल, कार्यालय स्थानों और फूड कोर्ट जैसी आर्थिक गतिविधियों के अवसरों के लिए प्रमुख स्थान का इष्टतम उपयोग होगा। विकास के बाद स्टेशन न केवल परिवहन के बिंदु के रूप में बल्कि शहर के केंद्र के रूप में भी काम करेंगे। वर्तमान में, झांसी रेल मंडल के 03 महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर पुनर्विकास का कार्य निष्पादन करने की योजना है। झांसी, ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास कार्य किया जाएगा। इन 03 स्टेशनों में से ग्वालियर स्टेशन पर काम तेज गति से चल रहा है। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी और खजुराहो के विकास की लेआउट योजना भी तैयार कर ली गई है।

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी- (470.18 करोड़ रुपये), ग्वालियर- (534.70 करोड़ रुपये), खजुराहो- (217.97 करोड़ रुपये) में काम किए जा रहे हैं। कुल स्वीकृत लागत लगभग 1200 करोड़ रुपये है। इस पुनर्विकास कार्य के तहत स्टेशन भवनों के बड़े पुनर्निर्माण, विस्तार और रीमॉडलिंग की परिकल्पना की गई है। कॉनकोर्स को आधुनिक और भविष्यवादी रूप देने के लिए डिजाइन किया जा रहा है। स्टेशनों के आसपास के परिसर का भी सुंदरीकरण किया जाएगा ताकि इसे एयरपोर्ट जैसा अहसास दिया जा सके। पार्किंग की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में ग्वालियर स्टेशन पर बाहरी विकास कार्य चल रहे हैं, जिसमें बाउंड्री वॉल, सर्विस रोड, पार्किंग और सर्कुलेशन एरिया का निर्माण शामिल है।

इस विकास प्रक्रिया में मास्टर प्लान तैयार करना और चरणों में उनका क्रियान्वयन करना शामिल है, ताकि स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार हो सके, जैसे स्टेशन एप्रोच में सुधार, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, साफ-सफाई, मुफ्त वाई-फाई, ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ जैसी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामित स्थान, प्रत्येक स्टेशन पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए भूनिर्माण आदि। इस योजना में भवन का सुधार, स्टेशन को शहर के दोनों ओर से जोड़ना, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, आवश्यकतानुसार बैलस्टलेस ट्रैक आदि का प्रावधान, चरणबद्ध और व्यवहार्यता और दीर्घावधि में स्टेशन पर सिटी सेंटर का निर्माण शामिल है।

मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि मंडल के तीन रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास किया जा रहा है। ग्वालियर स्टेशन पर काम तेजी से जारी है। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन और खजुराहो का लेआउट तैयार कर लिया गया है। तीनों स्टेशन जल्द ही अपने नए स्वरूप में दिखाई देंगे। इसके साथ ही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत प्रथम चरण में मंडल के 16 स्टेशनों का विकास भी किया जा रहा है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।