नेपाल में फिर हो रही है भारी बारिश, कोशी और बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब
काठमांडू, 3 अक्टूबर। पिछले हफ्ते ही हुई लगातार बारिश के कारण भीषण बाढ़ और भूस्खलन के कारण लोगों का जनजीवन अभी पटरी पर लौटा भी नहीं था कि बीती रात से दोबारा बारिश शुरू हो गई है। पूर्वी तथा मध्य नेपाल में लगातार बारिश होने से कोशी और बागमती नदी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है और यह खतरे के निशान के करीब पहुंचने लगा है।
नेपाल के जल एवं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार वर्तमान में कोशी, बागमती और गंडकी प्रांतों के कुछ स्थानों पर तेज आंधी के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश हो रही है। विभाग ने कहा कि देश के अन्य स्थानों पर मौसम आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और साफ रहेंगे।
पिछले 6 घंटों में पूर्वी नेपाल के भारतीय सीमा एस जुड़े इलाम, झापा, मोरंग और सुनसरी में काफी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने उनके आसपास बहने वाली नदियों बाढ़ आने की चेतावनी देते हुए उच्च सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है। इसी तरह पूर्वी नेपाल के पहाड़ी जिला पाँचथर, तेह्रथुम, दोलखा, सिन्धुपाल्चोक, काठमांडू, ललितपुर, भक्तपुर, काभ्रेपलाञ्चोक जिला में बहने वाली नदियों में आकस्मिक बाढ आने का पूर्वानुमान किया गया है। विभाग ने इन क्षेत्रों में उच्च सतर्कता अपनाने की अपील की गई है।
विभाग के मुताबिक आज दोपहर बाद कोशी और बागमती प्रांतों के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। कोशी क्षेत्र के तराई इलाके के कुछ स्थानों पर हवा और तूफान के भी आने की भी आशंका है। विभाग ने सूचना जारी करते हुए कहा है कि कोशी, मधेश, बागमती, गंडकी और लुंबिनी प्रांतों में कुछ स्थानों पर और शेष प्रांतों में एक या दो स्थानों पर गरज/बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
कोशी और बागमती में भारी बारिश की संभावना के कारण विभाग ने बाढ़, भूस्खलन, मिट्टी कटाव जैसी आपदाओं के जोखिम या क्षति से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का भी अनुरोध किया है। पूर्वी नेपाल के तेज आंधी के कारण विमानों के अवतरण में काफी परेशानी हो रही है। आज सुबह तेज आंधी और भारी बारिश के कारण काठमांडू से विराटनगर की तरफ गए बुद्ध एयर, श्रीएयर, यति एयर के विमानों को अवतरण नहीं करा पाने के कारण वापस काठमांडू आना पड़ा। एयरपोर्ट ऑथरिटी के प्रवक्ता सुभाष झा ने बताया कि विराटनगर के एयरपोर्ट के ऊपर करीब आधा घंटा तक चक्कर लगाने के बावजूद वहां अवतरण नहीं कर पाने के बाद उन विमानों को वापस काठमांडू बुला लिया गया है।