किशोर न्याय बोर्ड ने सुनाई अनोखी सजा, नाबालिग को 15 दिनों तक पिलाना होगा पानी
जालौन, 01 अक्टूबर । जालौन में किशोर न्याय बोर्ड ने साेमवार काे मारपीट के एक मामले में अनोखी सजा सुनाते हुए दोषी को सामाजिक कार्य करने की सजा सुनाई है। न्याय बोर्ड ने फैसला लिया है कि दोषी रेलवे स्टेशन पर मुसाफिरों व तहसील में आने वाले फरियादियों को 15-15 दिन पानी पिलाएगा। यह सजा प्रोबेशन विभाग की देखरेख में पूरी कराई जाएगी।
पूरा मामला रामपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। यहां पर 8 साल पहले पिता-पुत्र ने मिलकर गांव के लोगों के साथ मारपीट की थी। जिसका मुकदमा दर्ज कराया गया था। घटना के समय आरोपित नाबालिग था। इसलिए 2016 से ही उसका मुकदमा किशोर न्याय बोर्ड में चल रहा था। मुकदमे की सुनवाई पूरी होने के बाद किशोर न्याय बोर्ड की न्यायाधीश अनुकृति संत ने सजा सुनाई है। दोषी 15 दिन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों और 15 दिन तहसील में आने वाले फरियादियों को पानी पिलाने की सजा सुनाई। हालांकि, यह भी फैसले में कहा गया है कि अक्टूबर माह तक सजा के दौरान उसकी निगरानी प्रोबेशन विभाग के द्वारा की जाएगी। जिससे सजा के दौरान वह किसी भी तरह की अन्य गतिविधियों में लिप्त न हो सके। वहीं, पिता का मुकदमा अन्य अदालत में विचाराधीन है।